Showing posts with label
पहाड़
.
Show all posts
Showing posts with label
पहाड़
.
Show all posts
Thursday, August 4, 2011
मंज़िल
›
आओ उस ओर चलें जीवन की धारा में हँसते हुए , दुखों को साथ लिए आओ चलें , थामे हाथ , एक स्वर में गाते एक ताल पर नाचते पैर बैठें उस नाव ...
12 comments:
›
Home
View web version