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काम
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Sunday, April 28, 2013
रविवार महिमा
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इस दिन ना हो चाकरी , ना हो कोई काम I संडे के दिन बैठ कर , घर पर करो आराम II1II छह दिन चक्की पीसते , ज्यों कोल्हू का बैल I ...
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Saturday, July 23, 2011
लंच
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रोज शुरू होता है एक पसीने का सफर पैरों तले जमीन और गुजर बसर के लिए वहीं से जहां कल छोड़ा था छोड़ा था भी या नहीं मुश्किल है कह पाना .....
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