Showing posts with label
ज़ुल्म
.
Show all posts
Showing posts with label
ज़ुल्म
.
Show all posts
Saturday, May 7, 2011
खुशी के गीत
›
करना होता है हत्यारे का अंत हमें देना पड़ता है उसे दंड , पर नहीं ये कोई सच्ची जीत कैसे हम गाएं खुशी के गीत.. है ये एक बेहद संगीन ज़ुल...
12 comments:
›
Home
View web version