Showing posts with label
जेल
.
Show all posts
Showing posts with label
जेल
.
Show all posts
Friday, May 4, 2012
भ्रष्टाचार महिमा
›
बार बार करें यातरा, रह रह रणभेरी बजाय पर भ्रष्टाचारी दानव को, कोई हिला ना पाय कहीं गड़ी है आँख, तीर कहीं और चलाय पर भ्र...
7 comments:
›
Home
View web version