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Wednesday, November 30, 2011
ज़िंदगी की दौड़
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शुरू होता है हर दिन अजान की आवाज़ से चिड़ियों की चहचहाहट कुछ अंगड़ाइयों में विदा होती रात से बातें फिर धूप की दस्तक और मंदिर के घंटे अब लगते...
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Tuesday, November 29, 2011
फिर वही बात
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रोज़ इनसे होते हैं दो-चार सुनते किस्से इनके हजार खबरों से हैं गरम बाज़ार बड़ा फेमस है भ्रष्टाचार किसी को मिली बेल कोई गया जेल किसी के नाम ए...
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