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Monday, May 27, 2013
जैव विविधता
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सूरज की श्वेत किरणों में समाये हैं सब रंग किरणों के अभाव में है काला भयावह अंधेरा श्वेत और काले आयामों के बीच सा...
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Wednesday, March 13, 2013
झूठे सपनों के पार
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है सूरज निकल पूरब से जाता हर रोज़ पश्चिम की ओर पानी लिए नदियां हर पल हैं मिलती रहती सागर में बादल बरस बरस कर करते र...
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Wednesday, March 7, 2012
आई होली है
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*********** आई होली है... *********** रंगों में रंग चढ़ा मौसम की भंग लिए दिल में तरंग आई होली है.. उड़े रंग और गुलाल बचे ना कोई गाल हर गली...
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Saturday, December 3, 2011
आमंत्रण
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घूमती है धरा सूरज के चहुं ओर चंदा लगाता है धरा के फेरे पेड़ करते हैं जिसे छूने की कोशिश मुंह किए रहती है सूरजमुखी उस सूरज की ओर उड़ते है प...
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Saturday, November 5, 2011
पियानो - एक चित्र
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काली सफ़ेद दहलीज़ें सुरों की, साल दर साल हर रोज़ अंगुलियाँ जिन्हें पुकारती हैं और हल्की सी आहट सुन सुर तुरंत फिसलते बाहर चले आते हैं ...
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