गुलालों के गुबार में
रंगों की बौछार में
रंगों जैसे हम खिले
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
गीतों की बहार में
ठहाकों के अंबार में
खुशियों जैसे हम खिलें
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
मस्ती के खुमार में
थिरकते संसार में
नाचते गाते हम चलें
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
प्यार की बहार में
दोस्ती की बयार में
दोस्तों जैसे सब मिलें
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
ना शिकवे ना शिकायतें
ना दुश्मनी ना अदावतें
ना झगड़े ना झंझटें
बस प्यार ही प्यार बंटे
अपनों जैसे सब लगें
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
आओ हम सब गले मिलें
होली के त्यौहार में...
होली की हार्दिक शुभकामनाएं.....
रजनीश (२४ मार्च २०२४)
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