हो दिन या हो रात
है प्यारा साथ तुम्हारा
प्यार ही प्यार हो तुम
देखा प्यार तुम्हारा
बड़ी अच्छी लगती हैं
बातें प्यार की और प्रिय.. तुम
बड़े अच्छे लगते हैं
ये धरती ,नदिया ये रैना और .. तुम
इंतज़ार प्रियतम का
बिछोह सहा ना जाए
जो मिल जाएँ सनम
तो फूल भी गुनगुनाएँ
ये सब प्यार की बातें
ये प्यार भरी बातें
इज़हार की बातें
इकरार की बातें
वफ़ादारी की दास्तान
और बेवफाई की बातें
प्यार भरी लाइनों को
चाहता है पढ़ना हर कोई
प्यार में डूबे शब्दों को
पी लेना चाहता है हर कोई
प्यार पर कुछ लिखा
तो शब्दों में रस घुले
लोग पढ़ें , दाद दें
सपनों की दुनिया में चलें
प्यार प्रधान है जीवन हमारा
प्यार आधार प्यार मक़सद हमारा
इसलिए अच्छी लगें बातें प्यार की
करो प्यार, ना मिलेगी ज़िंदगी दोबारा
...रजनीश (21.12.2011)
24 comments:
प्रेम की सुंदर रचना ..............
bhaut pyari rachna.....
bhawbhini......
प्रेम बने जीवन आधार।
बहुत सुन्दर रचना।
प्यार ही राही है...प्यार ही रस्ता है... प्यार ही मंजिल है..
बहुत ही खूबसूरत कविता।
सादर
अच्छी है पोस्ट बीच में फ़िल्मी गाने और उनके नाम भी रोचक हैं |
बहुत सुंदर रचना ...समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://mhare-anubhav.blogspot.com/
http://aapki-pasand.blogspot.com/2011/12/blog-post_19.html
वाह ...बहुत ही खुबसूरत रचना
pyar par ek badhiya rachna.
मिल जाए सनम तो
फूल भी गुनगुनाएं....
बहुत सुन्दर रचना...
सादर बधाई...
रजनीश जी,
बहुत खूब लिखा है प्रेम पर..सच ही तो है प्रेम नहीं तो जिंदगी में कुछ भी तो नहीं है..
आशु
रजनीश जी,
बहुत खूब लिखा है प्रेम पर..सच ही तो है प्रेम नहीं तो जिंदगी में कुछ भी तो नहीं है..
आशु
सुंदर रचना।
गहरे भाव....
bahut sundar pyarbhari pyari rachana.....
वाह ...बहुत ही बढि़या।
बहुत प्यारी..प्यार भरी रचना...
बधाई.
प्रेममयी रचना ~!!
सुन्दर भाव.
बहुत सुन्दर..
प्यार की बातों पर मैंने भी कुछ लिखा है, मेरे हिंदी ब्लॉग पर आयें.
www.belovedlife-santosh.blogspot.com
intajaar priyatam ka, bichoh shaha na jaye , jo mil jaye to fool bhi gungunaye ....prem ka prem se varnaan ...hriday par chaap chodta kavya
खूबसूरत कविता
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