है जिंदगी वही ,पर मायने बदल गए,
हैं चेहरे वही पुराने पर आईने बदल गए॰
है सूरज वही है चाँद वही , है दिन वही है रात वही,
है दुनिया वही , पर दुनियादारों के ठिकाने बदल गए॰
है साकी वही है शराब वही, है पैमाना औ मयखाना वही
है हमप्याला वही , नशे के पर अंदाज बदल गए॰
वही पैर वही जिस्म, वही ताकत वही हिम्मत,
है दौड़ का जज़्बा वही, पर दौड़ के मैदान बदल गए॰
है शोहरत वही, है शराफत वही, है इज्ज़त औ मोहब्बत वही,
कायम रही है मंजिलें पर रास्ते बदल गए॰
है सच वही है झूठ वही, है पुण्य वही है पाप वही,
है धरम औ इंसाफ वही, पर इनके तराजू बदल गए ,
.......रजनीश (13.12.93)
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