बैट मैन,
सुपर मैन,
स्पाइडर मैन,
बच्चे-बड़े सभी हैं फैन ...
बचपन में ही इनसे
मिल जाती है ये सीख
कि बुराई को ख़त्म करना
आम आदमी के बस
की बात नहीं,
क्यूंकि कर सके
मुक़ाबला पहाड़ जैसी
हैवानियत का ,
खत्म कर दे उसे,
आम आदमी में
इतनी ताकत नहीं...
कुछ कौतूहल , कुछ रोमांच
और सपने इंसानियत के
देख सकें दिन में नैन
इसीलिए बनाए हमने
बैट मैन,
सुपर मैन,
स्पाइडर मैन...
...रजनीश (15.05.11)
2 comments:
बुराई को ख़त्म करना
आम आदमी के बस
की बात नहीं,
क्यूंकि कर सके
मुक़ाबला पहाड़ जैसी
हैवानियत का ,
खत्म कर दे उसे,
आम आदमी में
इतनी ताकत नहीं...
mann ki takat ho to koi bhi ho sakta hai superman bhagat, gandhi ... ki tarah , border per khade 22 varshiye fauji ki tarah
http://urvija.parikalpnaa.com/2011/05/blog-post_27.html?spref=fb
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