सपना तो बस सपना होता है,
जैसा भी हो ये अपना होता है,
पर जो टूट जाये वो सपना कैसा..
पूरा सच हो जाये वो सपना कैसा..
सपना वही जो सपना ही रहे,
हरकदम जो तुम्हारे संग चले,
ना टूटे , ना तोड़े , ना पूरा मिले,
साँसे दे तुम्हें, बढ़ाए हौसले..
लगो दिल से सच करने उसे,
जो कभी खत्म नहीं होता है,
इंसानियत से जीना भी,
ऐसा ही सपना होता है ...
...रजनीश (17.04.11)