तो आए लिखने का मौसम 
दिल को एक खयाल जब सताए
तो आए लिखने का मौसम 
जब कोई ज़ख्म कुरेद जाए 
तो आए लिखने का मौसम 
वो जाम आँखों से जब पिलाए 
तो आए लिखने का मौसम 
जब एक लम्हा ठहर जाए 
तो आए लिखने का मौसम 
जब वक्त से बिछड़ जाएँ 
तो आए लिखने का मौसम 
जब मनचाहा मिल ना पाए 
तो आए लिखने का मौसम 
जब एक हसरत पूरी हो जाए 
तो आए लिखने का मौसम 
दिल में जब तनहाई उतर आए 
तो आए लिखने का मौसम 
दिल से जब दिल मिल जाए 
तो आए लिखने का मौसम 
...........रजनीश
(25.01.15)

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